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गुरुवार, 7 जून 2018

रिश्ता

कभी कभी सोचती  हूँ कि
रिश्ते दूरी से नहीं,
 दिलों से नापे जाते हैं ।

क्योंकि अक्सर एक दरवाजे से
दूसरे दरवाजे तक का सफ़र
तय करने में बरसों गुजर जाते हैं ।

पल्लवी गोयल 

5 टिप्‍पणियां:

  1. सही कहा है ...
    मन न हो तो रिश्ते पास हो के भी दूर होते हैं ...
    गहरू बात कुछ शब्द में ...

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  2. वाह!!बहुत सुंदर अभिव्यक्ति ।

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    उत्तर
    1. प्रतिक्रिया के लिए धन्यवाद धन्यवाद शुभा जी ।

      हटाएं
  3. रचना शामिल करने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद ।
    सादर ।

    जवाब देंहटाएं