कभी कभी सोचती हूँ कि
रिश्ते दूरी से नहीं,
दिलों से नापे जाते हैं ।
क्योंकि अक्सर एक दरवाजे से
दूसरे दरवाजे तक का सफ़र
तय करने में बरसों गुजर जाते हैं ।
पल्लवी गोयल
रिश्ते दूरी से नहीं,
दिलों से नापे जाते हैं ।
क्योंकि अक्सर एक दरवाजे से
दूसरे दरवाजे तक का सफ़र
तय करने में बरसों गुजर जाते हैं ।
पल्लवी गोयल
सही कहा है ...
जवाब देंहटाएंमन न हो तो रिश्ते पास हो के भी दूर होते हैं ...
गहरू बात कुछ शब्द में ...
धन्यवाद आदरणीय ।
हटाएंवाह!!बहुत सुंदर अभिव्यक्ति ।
जवाब देंहटाएंप्रतिक्रिया के लिए धन्यवाद धन्यवाद शुभा जी ।
हटाएंरचना शामिल करने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद ।
जवाब देंहटाएंसादर ।