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गुरुवार, 8 अगस्त 2019

तन्हाई


जिंदगी के
गिलास में 
ये तन्हाई 
जो ढाली  है 
न साकी 
न हमघूँट  कोई 
न ईद 
न दिवाली है 
न आता 
न जाता कोई 
बस मैं  थोड़ी और 
'ये' डाली है
 पीता   ही 
चला  जाता  हूँ। 
न  होता   ये खाली है