नज़र नहीं आती मुझको ख्वाबों सी वह तस्वीर असलियत में कहीं। अंतर्मन की गाथा कहते ये शब्द ही मेरे अज़ीज़ हैं ........
दुनिया के इस रंगमंच पर
खेले गये अंक कई।
दुख से भरी गाथाओं से
आँसू झर- झर गये कई।
कुछ लोगों ने देखे केवल
जुड़कर आए साथ कई।
जिन्होंने हाथ बढ़ाए आगे
बाद में किए सौदे कई।
पल्लवी गोयल
ठीक कह रही हैं आप।
आभार आदरणीय।
जितने सुन्दर शब्द, उनसे भी सुन्दर भावना और अभिव्यक्ति
ठीक कह रही हैं आप।
जवाब देंहटाएंआभार आदरणीय।
जवाब देंहटाएंजितने सुन्दर शब्द, उनसे भी सुन्दर भावना और अभिव्यक्ति
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